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पैट श्नाइडर की कविताएँ

  • golchakkarpatrika
  • Jan 17
  • 2 min read

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पैट श्नाइडर की कविताएँ 
अँग्रेज़ी से अनुवाद : पल्लवी व्यास


मामूली चीज़ों के सब्र के बारे में


यह प्यार का ही एक तरीक़ा है, है न?

प्याले ने जैसे चाय को थामा हुआ है,

कुर्सी अपने चारों पैरों पर कैसे तन कर खड़ी है,

फ़र्श का कोमलता से स्वीकारना 

जूते या पैरों की उंगलियों को। 

क़दमों को जैसे मालूम है

कहाँ ठहरना है उन्हें।

मैं मामूली चीज़ों के 

सब्र के बारे में सोचती हू्ॅं, 

कितनी गरिमामय प्रतीक्षा 

करते हैं कपड़े आलमारी में

और साबुन उड़ जाता है धीरे-धीरे बर्तनों से,

और तौलिए का सोख लेना

पीठ से पानी की बूंदें।

और सीढ़ियों का यह सुंदर दुहराव।

और एक खिड़की से ज़्यादा दरियादिल भला क्या है?


(द वेट ऑफ लव, 2019 से)



घर लौटने की सबसे लंबी राह से गुजरते


घर लौटने की सबसे लंबी राह से गुज़रते,

हम कहानियाँ कहते हैं,

हमारी ज़िदंगी के धागों से बुनी 

हमें एक-दूसरे से मिलाने वाले नक़्शों पर खींची महीन रेखाओं जैसी।

हम एक कोलाज बनाने के जतन में हैं

काश कि सच सिर्फ़ उतना होता

जैसा कि वह हमारी स्मृतियों में हैं,

जितना हम याद रखना चाहतें हैं,

उम्र के इस पड़ाव पर

घाटे के सौदों का हिसाब-किताब करते।


पिछली रात झील एकदम शांत थी,

पूरी तटरेखा‌ जगमगाती रोशनी में डूबी,

और अँधेरी नाव में सवार बच्चे ज़िद करते—

“हमें सुनाओ डरावनी कहानियाँ।”

अँगुलियों को पानी से सहलाते हुए,

मैने कहा उनसे कि कोई था जिससे मैं प्रेम करती थी जो मर गया

ख़्वाब में उसने बताया मुझे

अकेले मत होना, कहा मुझसे

कभी भी डरना मत।


और वो चुप थे, बच्चे,

पानी को सुनते

नाव के किनारों को थामे।


जिससे हम बेतहाशा मुहब्बत करते हैं

वही हमें डरा सकता है, दहला सकता है

हमें पहले-पहल एहसास कराता है

कि कैसे हम हैं पानी पर सवार एक अँधेरी नाव,

घर लौटने की सबसे लंबी राह।


(अनदर रिवर: न्यू एंड सिलेक्टेड पोयम्स, 2005 से)



बारिश का एक दिन


उस दिन जब बारिश ने मुझे चौंकाया,

दुःख ने भी।

बार-बार हमारी बातों में आता रहा ज़िक्र तुम्हारा,

और हमने तुम्हारा स्वागत किया।


तुम्हारी साँसों को महसूस किया जा सकता था,

मेरी साँसों में।

जीवन जीने के मेरे एहसास में,

तुम्हारी मृत्यु को।


हम दोनों ने, जो तुम्हारे प्रेम में थे

तुम्हारा नाम पुकारा

और तुम चले आए—

बिन मौसम बारिश।


(द पेशेंस ऑफ आर्डिनरी थिंग्स, 2003 से)




पैट श्नाइडर का जन्म 1 जून 1934 को ओज़ार्क पर्वत के पास हुआ था। उनका पालन-पोषण सेंट लुइस में हुआ, लेकिन गरीबी में एक बच्चे को पालने में उनकी एकल माँ की कठिनाइयों के चलते दस साल की उम्र में वह एक अनाथालय में चली गईं। श्नाइडर ने बाद में सेंट्रल मेथोडिस्ट यूनिवर्सिटी में अध्ययन करने के लिए एक चर्च से छात्रवृत्ति अर्जित की। श्नाइडर की कविता और गद्य की दस पुस्तकें प्रकाशित हैं। उनके कविता संग्रहों में द वेट ऑफ लव (नेगेटिव कैपेबिलिटी प्रेस, 2019); अनदर रिवर : न्यू एंड सिलेक्टेड पोएम्स (एमहर्स्ट राइटर्स एंड आर्टिस्ट्स प्रेस, 2005); द पेशेंस ऑफ आर्डिनरी थिंग्स (एमहर्स्ट राइटर्स एंड आर्टिस्ट प्रेस, 2003) और लॉन्ग वे होम (एमहर्स्ट राइटर्स एंड आर्टिस्ट प्रेस, 1993) प्रमुख हैं। श्नाइडर का देहांत 10 अगस्त, 2020 को एमहर्स्ट, मैसाचुसेट्स में हुआ।


पल्लवी व्यास अनुवादक हैं। इससे पहले उनके कुछ अनुवाद सदानीरा पर प्रकाशित हो चुके हैं। 


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